सुकून
कहानी अनिका कंप्यूटर पर नजरें टिकाए, ऑफिस के कामों में बिजी है। लेकिन उसका मन बहुत उदास था। बगल के डेस्क पर ही काम कर… Read More »सुकून
कहानी अनिका कंप्यूटर पर नजरें टिकाए, ऑफिस के कामों में बिजी है। लेकिन उसका मन बहुत उदास था। बगल के डेस्क पर ही काम कर… Read More »सुकून
‘’कई बार जीवन के दोराहे पर आकर कुछ निर्णय ऐसे लेने पड़ते हैं जो भले ही बहुत मुश्किल से लिए जाए, पर आजीवन मन को… Read More »धर्मदक्षिणा
शरद पूर्णिमा का चांद अपनी रुपहली निर्झरणी से अमृत छलका, कलश उठा , बरस भर के लिए विदा ले जा चुका है । सूरज की… Read More »सप्तपर्णी
प्रिय पाठकों,‘विहंगम’ के इस विशेषांक में आपका स्वागत है। यह पत्रिका केवल एक प्रकाशन नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, परंपराओं और सामूहिक चेतना का दर्पण है।… Read More »सम्पादकीय: साहित्य, संस्कृति और संवेदनाओं का संगम