सुकून
कहानी अनिका कंप्यूटर पर नजरें टिकाए, ऑफिस के कामों में बिजी है। लेकिन उसका मन बहुत उदास था। बगल के डेस्क पर ही काम कर… Read More »सुकून
कहानी अनिका कंप्यूटर पर नजरें टिकाए, ऑफिस के कामों में बिजी है। लेकिन उसका मन बहुत उदास था। बगल के डेस्क पर ही काम कर… Read More »सुकून
‘’कई बार जीवन के दोराहे पर आकर कुछ निर्णय ऐसे लेने पड़ते हैं जो भले ही बहुत मुश्किल से लिए जाए, पर आजीवन मन को… Read More »धर्मदक्षिणा
शरद पूर्णिमा का चांद अपनी रुपहली निर्झरणी से अमृत छलका, कलश उठा , बरस भर के लिए विदा ले जा चुका है । सूरज की… Read More »सप्तपर्णी
प्रिय पाठकों,‘विहंगम’ के इस विशेषांक में आपका स्वागत है। यह पत्रिका केवल एक प्रकाशन नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, परंपराओं और सामूहिक चेतना का दर्पण है।… Read More »सम्पादकीय: साहित्य, संस्कृति और संवेदनाओं का संगम
-विहंगम, अप्रैल-मई 2024, वर्ष-1 अंक-2 शिप्रा संग यतीश जी, ‘कपिलश’ के आधार। कीर्तिमान इस विश्व में, रच जाते हर बार।। रच जाते हर बार, साथ… Read More »154 घंटे 16 मिनट 33 सेकंड के अनवरत कवि सम्मेलन वाले वर्ल्ड रिकॉर्ड
-विहंगम, अप्रैल-मई 2024, वर्ष-1 अंक-2 अंतर्मन के तहखाने में सोए अहसास जगाने होंगें चुन चुन के लफ़्जों के मोती इक डोरी में पिरोने होंगे सीधा… Read More »कविता
-विहंगम, अप्रैल-मई 2024, वर्ष-1 अंक-2 छोटी काशी काव्य कुंभ -२ कीर्तिमान को अग्रसर शिप्रा-यतीश, कान्त सुधी पथ चले अनुगामी अमर अनुगामी अमर ही क्या जुड़े… Read More »छोटी काशी काव्य कुंभ -२
विहंगम, अप्रैल-मई 2024, वर्ष-1 अंक-2 1- रवि सुत,शिप्रा,बेधड़क,डॉक्टर वेद प्रकाश। कन्त ,सन्त ,संग द्वारिका, नन्दी लाल निराश।। शलभ शिखर को छू रहे, शुक्ला चन्द्र यतीश।… Read More »कपिलश
-विहंगम, अप्रैल-मई 2024, वर्ष-1 अंक-2 कपिलश के सुंदर रत्न, यतीश कांत व संत। प्रखर शिखर अरु द्वारिका,तुलसी दास महंत।। तुलसी दास महंत, सभी कवि गण… Read More »बेधड़क हुंडलियाँ
विहंगम, अप्रैल-मई 2024, वर्ष-1 अंक-2 शून्य से 154 घंटे तक का सफ़र प्रो. विश्वम्भर शुक्ल कनक तिवारी उमाशंकर शुक्ल शितिकंठ गंगा प्रसाद शर्मा गुणशेखर योगेश… Read More »विश्व रिकॉर्ड का सफर
– एड. रमाकान्त चौधरी विहंगम, अप्रैल-मई 2024, वर्ष-1 अंक-2 आसानी से नहीं बनते हैं विश्वरिकार्ड अँधियारा निश्चित छटेगा घर शमा जल जाए तो। मंजिल खुद… Read More »आसानी से नहीं बनते हैं विश्व रिकार्ड
-मनीषा जोशी “मनी” -विहंगम, अप्रैल-मई 2024, वर्ष-1 अंक-2 अद्भुत आयोजन छोटी काशी काव्य महाकुंभ छोटा काशी महादेवाधिदेव भगवान शंकर की नगरी में एक अद्भुत कार्यक्रम… Read More »अद्भुत आयोजन छोटी काशी काव्य महाकुंभ
-डॉ. साधना अग्रवाल “साधिका” -विहंगम, अप्रैल-मई 2024, वर्ष-1 अंक-2 उस घड़ी मुझे लगा कि आसमान चूम लूँ। निज धरा से उस गगन की सारी राह… Read More »मेरी जबानी, गोला की कहानी
विहंगम, अप्रैल-मई 2024, वर्ष-1 अंक-2 सम्पादकीय हम भारत देश के राज्य उत्तर प्रदेश के जिले लखीमपुर खीरी के एक छोटे से कस्बे गोला गोकरण नाथ… Read More »सम्पादकीय: सितम्बर-अक्टूबर 2024